Thursday, 28 June 2018

लालू यादव की जमानत याचिका पर रांची हाईकोर्ट में सुनवाई आज

रांची: चारा घोटाला मामले में सजायफ्ता आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को रांची हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली थी और उनकी जमानत अवधि बढ़ाकर 3 जुलाई तक कर दी गई थी. इस जमानत याचिका पर अब आज सुनवाई आज होगी. इस मामले की सुनवाई जस्टिस अपरेश कुमार की अदालत में की जाएगी. यह  मामला हाइकोर्ट के कॉज लिस्ट में 31,35 और 48 नम्बर पर सूचीबद्ध है.

आपको बता दें कि बीमारी की वजह से लालू यादव को 11 मई से 6 हफ्तों की बेल मिली थी जिसके बाद लालू यादव इलाज के लिए मुंबई और बेंगलुरु भी गए थे. इलाज के दौरान उनकी बड़ी बेटी मीशा, बेटे तेज प्रताप और बहू ऐश्वर्या हमेशा उनके साथ थे. इसके पहले लालू यादव अपने बड़े बेटे तेज प्रताप की शादी में शामिल होने के लिए एक सप्ताह के पैरोल पर बाहर आए थे.

आज सुनवाई में यह फैसला किया जाएगा कि 3 जुलाई के बाद लालू यादव को जेल जाना होगा या नहीं. अवधि नहीं बढ़ाए जाने पर लालू यादव को फिर से 3 जुलाई के बाद जेल जाना पड़ेगा. लालू यादव दिल्ली के एम्स सहित कई जगहों पर अपना इलाज करा चुके हैं और ऐसा कहा जा रहा है कि अभी उनकी तबियत पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है.

आपको बता दें कि लालू यादव को हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, किडनी, हार्ट की समस्या सहित कई अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं. पहले भी उनका इलाज रांची के एम्स में किया गया है. लालू यादव ने बेहतर इलाज के लिए जमानत याचिका दायर की थी जिसके बाद वो जमानत पर हैं.

गौरतलब है कि लालू यादव को पिछले साल 23 दिसंबर को चारा घोटाले में जेल की सजा हुई थी. इसके बाद उन्हें चारा घोटाले के दो और मामले में दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई गई  थी.

Source:-ZEENEWS

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Friday, 22 June 2018

2016 इंडोनेशिया हमला : दोषी मौलाना को कोर्ट ने सुनाई मौत की सजा

जकार्ता : इंडोनिशया के स्टार बक्स कैफे में हुए फिदायीन हमले की साजिश रचने के मामले में मौलाना अमान अब्दुर रहमान को स्थानीय कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई है. 2016 में हुए इस फिदायीन हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी. जकार्ता की अदालत ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उसे मौत की सजा सुनाई. अदालत पहले ही अब्दुर रहमान को हमले की साजिश रचने का दोषी करार दे चुकी है.

दक्षिणपूर्व एशिया में पहली बार किसी हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली थी. हमले के बाद से लगातार इस मामले पर दोषियों के खिलाफ सुनवाई कर रही कोर्ट में पिछले महीने हुई सुनवाई के दौरान अभियोजन ने अब्दुर रहमान को मौत की सजा देने की मांग की थी.

2016 में जकार्ता में हुए थे हमले
जकार्ता में 2016 को हुए कई विस्फोटों और गोलीबारी में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई थी, जबकि एक कैफे के बाहर गोलीबारी की आवाज सुनी गई थी. जकार्ता में यूएन दफ्तर समेत कई जगहों पर एक बाद एक करके ब्‍लास्‍ट हुए. जानकारी के अनुसार, 14 आतंकियों ने इन धमाकों को अंजाम दिया और खुलेआम गोलियां बरसाईं थी. जकार्ता में कुल सात धमाकों में सात लोगों की मौत हुई थी. मरने वालों में तीन पुलिसवाले और चार आम नागरिक हैं.

कौन है अब्दुर रहमान
अब्दुर रहमान को इंडोनेशिया में आईएस के समर्थकों का नेता माना जाता है. वह स्थानीय चरमपंथी नेटवर्क जमाह अंशरूत दौलाह (जेएडी) का धार्मिक नेता भी है. ऐसा कहा जाता है कि इंडोनेशिया के लोगों में अब्दुर रहमान का काफी खौफ है.

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Tuesday, 19 June 2018

उमा भारती और दिग्विजय सिंह को 1 माह में खाली करना होगा सरकारी बंगला, कोर्ट ने दिए आदेश

भोपाल : कोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों को अपने सरकारी बंगले खाली करने पड़े थे. अब मध्य प्रदेश भी यूपी की राह पर चल निकला है. यहां भी हाई कोर्ट ने राज्य के तीन मुख्यमंत्रियों को एक माह के भीतर अपने-अपने सरकारी बंगले खाली करने के आदेश दिए हैं. मध्य प्रदेश की जबलपुर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हेमंत कुमार गुप्ता और न्यायाधीश एके श्रीवास्तव की युगलपीठ ने एक याचिका की सुनवाई करते हुए मंगलवार को दिए. इस आदेश के साथ ही मध्य प्रदेश के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों उमा भारती, कैलाश जोशी और दिग्विजय सिंह को अपना भोपाल स्थित बंगला खाली करना पड़ेगा.

सिविल लाइन निवासी विधि छात्र रौनक यादव की तरफ से दायर याचिका में प्रदेश सरकार के 24 अप्रैल, 2016 के उस एक आदेश को चुनौती दी गई थी, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्रियों को आजीवन बंगले की सुविधाएं व मंत्री के सामान सुविधाएं प्रदान करने का जिक्र था.

याचिका में कहा गया कि प्रदेश सरकार ने मंत्रियों के वेतन व भत्ते अधिनियम में संशोधन कर यह आदेश जारी किया है. ऐसा करना न सिर्फ मौजूदा कानूनों के खिलाफ है, बल्कि जनता के पैसों का दुरुपयोग भी है.

याचिका की सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने सरकार को संशोधित कानून में पूर्व मुख्यमंत्रियों को आजीवन सरकारी आवास देने की वैधानिकता पर जवाब देने कहा था. याचिका पर पिछली सुनवाई के दौरान सरकार की तरफ से बताया गया था कि संबंधित मामला सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा है.

याचिकाकर्ता के वकील विपिन यादव के अनुसार, याचिका पर मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान युगलपीठ को बताया कि संबंधित मामले में दायर याचिका सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी है, जिसके बाद युगलपीठ ने यूपी सरकार बनाम लोकप्रहरी प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट पारित आदेश को ध्यान में रखते हुए एक माह में पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवंटित शासकीय बंगले खाली करवाने के निर्देश दिए हैं.

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Monday, 18 June 2018

दिल्ली में होगी जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक, लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर होगी चर्चा

नई दिल्ली/पटना : जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली में आठ जुलाई को होने जा रही है. इस बैठक में पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. 2019 लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह बैठक काफी अहम है. इसमें जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित कर सकते हैं.

अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले यह बैठक काफी अहम है, क्योंकि बिहार में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) और जेडीयू के नेता सीट शेयरिंग पर लगातार बयान दे रहे हैं.

जेडीयू प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने एक बयान में कहा कि दिल्ली के जंतर-मंतर स्थित राष्ट्रीय कार्यालय में बैठक होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी मौजूदा राजनीतिक मुद्दों और आगामी चुनावों के लिए रणनीति पर चर्चा करेगी.

बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस के साथ महागठबंधन से अलग होकर जेडीयू के फिर से राजग में शामिल होने से एनडीए मजबूत हुआ है. इससे पहले, साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार में बीजेपी 40 में 30 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. वहीं, उसकी सहयोगी पार्टी लोजपा और रालोसपा क्रमश: सात और तीन सीटों पर चुनाव लड़ी थी.

इस सबके बीच बिहार में दोनों दलों के नेता सीट शेयरिंग के मुद्दे पर लगातार बयान देकर बिहार की राजनीति को गरमाए हुए हैं. दोनों ही दलों के नेता सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं.

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Sunday, 17 June 2018

नाइजीरिया: बोको हराम के जिहादियों ने बम से खुद को उड़ाया, 31 लोगों की मौत

कानो: नाइजीरिया के पूर्वोत्तर क्षेत्र में रविवार(17 जून) को संदिग्ध बोको हराम  के जिहादियों ने दो आत्मघाती बम विस्फोट कर दिया, जिससे इसमें कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई. एक स्थानीय अधिकारी और मिलिशिया नेता ने रविवार(17 जून) को यह जानकारी दी. मिलिशिया नेता बाबाकुरा कोलो ने बताया कि ‘‘दम्बोआ में कल रात दो आत्मघाती हमले और रॉकेट से संचालित ग्रेनेड विस्फोट किया गया जिसमें 31 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गये. उन्होंने बताया कि ये हमले ईद उल फित्र की छुट्टियां मना कर लौट रहे लोगों को निशाना बना कर किया गया.

कोलो ने बताया कि दो आत्मघाती हमलावरों ने शुवारी और पास के अबाचारी शहर में कल रात लगभग 10 : 45 बजे खुद को विस्फोट कर उड़ा लिया. उन्होंने बताया कि यह किसी से कहने की जरूरत नहीं है कि यह काम बोको हरम का है. स्थानीय सरकार के एक अधिकारी ने 31 लोगों के मरने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया, ‘‘ मरने वाले लोगों की संख्या 31 तक पहुंच चुकी है. यह आंकड़ा बढ सकता है क्योंकि घायलों में कई ऐसे लोग हैं जिनके बचने की संभावना नहीं है.’’

डाकूओं ने नाइजीरिया के इस हिस्से पर किया हमला, 40 लोगों की मौत
आपको बता दें कि इससे पहले नाइजीरिया के कडूना राज्य में हथियारबंद डाकुओं के हमले में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि जहां पर डाकूओं ने हमला किया है वहां पर करीब 3000 लोग रहते हैं. उन्होंने बताया कि 200 पुलिसकर्मी और 10 गश्ती वाहनों को मौके पर तैनात किया गया था. डाकूओं से लड़ने में सहायता करने वाले एक स्थानीय व्यक्ति ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि कम से कम 40 लोग मारे गए थे. उन्होंने बताया कि हमलावर जमफारा राज्य के थे. उन्होंने बच्चों पर गोलियां चलाईं और घरों में आग लगा दी थी

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Saturday, 16 June 2018

नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम को पड़ा दिल का दौरा, बेटे हुसैन की देश से मां के लिए दुआ करने की अपील

लंदन/इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज को दिल का दौरा पड़ने के बाद उनकी हालत और खराब हो गई है. इन दिनों वह ब्रिटेन में हैं, जहां गले के कैंसर की सर्जरी के बाद उनका उपचार चल रहा है. नवाज की बेटी मरियम नवाज ने बताया कि गुरुवार देर रात कुलसुम (68) की हालत और खराब होने के बाद उन्हें लंदन के अस्पताल की इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में रखा गया.

मरियम ने ट्वीट किया, ‘‘हम विमान में थे जब अम्मी को अचानक दिल का दौरा पड़ा. वह आईसीयू में हैं और तब से ही वेंटिलेटर पर हैं.’’ अपने पिता के साथ लंदन पहुंची मरियम ने शुभचिंतकों से अपनी मां के लिए दुआएं करने का अनुरोध किया. एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक कुलसुम को बुधवार (14 जून) को फिर से अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां उनकी स्थिति बिगड़ गई और रात में ही उन्हें तत्काल आपात इकाई में ले जाया गया. तब से उन्हें होश नहीं आया है. गुरुवार (14 जून) को दिल का दौरा पड़ने के बाद वह बेहोश हो गई थीं और उन्हें आईसीयू में ले जाना पड़ा. तब से वह इंटेंसिव केयर में हैं. नवाज के बेटे हुसैन नवाज ने भी राष्ट्र से अपील की कि वह उनकी मां के लिए दुआएं करें.

नवाज के भाई शहबाज शरीफ ने जनता से अनुरोध किया कि कुलसुम की सेहत में तेजी से सुधार के लिए वे उनके साथ प्रार्थना करें. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘रमजान का पवित्र महीना समाप्त होने जा रहा है, मैं अपने हमवतनों से अपील करता हूं कि उनकी सेहत में तेजी से सुधार के लिए वे मेरे साथ प्रार्थना करें. प्रार्थना की शक्ति सबसे बड़ी होती है.’’ नवाज और उनकी बेटी मरियम गुरुवार (14 जून) को कुलसुम से मिलने के लिए लंदन रवाना हो गए थे. नवाज के खिलाफ जुलाई से मुकदमा चल रहा है जिसके कारण हाल के हफ्तों में वह लंदन नहीं जा सके थे.

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Thursday, 14 June 2018

वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या पर पाकिस्तान ने जताया शोक, कहा- जितनी निंदा की जाए, कम होगा

इस्लामाबाद: वरिष्ठ पत्रकार एवं राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी और उनके दो निजी सुरक्षा अधिकारियों (पीएसओ) की गुरुवार (14 जून) को जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में आतंकवादियों द्वारा की गयी हत्या की पाकिस्तान ने निंदा की है. 53 वर्षीय बुखारी श्रीनगर के लालचौक पर प्रेस एंक्लेव स्थित अपने कार्यालय से एक इफ्तार पार्टी के लिए जा रहे थे कि तभी उन पर गोलियां चलायी गयीं. पाकिस्तान के विदेश विभाग ने एक बयान में कहा है, हमें कश्मीर के लोकप्रिय पत्रकार शुजात बुखारी की अज्ञात हत्यारों द्वारा गोली मारकर हत्या करने की दुखद और स्तब्ध करने वाली सूचना मिली.

पाकिस्तानी विदेश विभाग ने कहा कि ऐसी क्रूरता के पक्ष में कोई तर्क नहीं हो सकता है, इसकी जितनी निंदा की जाए, कम होगा. बुखारी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए विदेश विभाग ने कहा, हमारी संवेदनाएं और दुआएं उनके परिवार के साथ हैं. अल्लाह उन्हें यह दुख सहने की शक्ति दे. बुखारी के परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है.

आतंकियों के हाथों मारे गये चौथे पत्रकार हैं बुखारी
बुखारी कश्मीर में तीन दशक से जारी हिंसा में आतंकवादियों के हाथों मारे गये चौथे पत्रकार हैं. 1991 में अलसफा के संपादक मोहम्मद शबान वकील की आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी. 1995 में बम धमाके में पूर्व बीबीसी संवाददाता यूसुफ जमील बाल-बाल बच गये थे, लेकिन एएनआई के कैमरामैन की जान चली गयी थी. 31 जनवरी, 2003 को नाफा के संपादक परवेज मोहम्मद सुल्तान की आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी.

Source:-ZEENEWS

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